नई पुस्तकें
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वैनिटी बैगअभिषेक आनन्द
नई कहानियाँ आगे... |
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वातायनलालजी वर्मा
नयी कवितायें आगे... |
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अरस्तूसुधीर निगम
सरल शब्दों में महान दार्शनिक की संक्षिप्त जीवनी- मात्र 12 हजार शब्दों में… आगे... |
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बाज़ार हाज़िर है..सर्वेश पाण्डेयसमीक्षात्मक लेख संग्रह आगे... |
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वीरेन्द्र जैन के उपन्यासों में युग चेतनाउमा मेहता
पी एच डी शोध प्रबन्ध आगे... |
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आओ बच्चो सुनो कहानीराजेश मेहरा
किताबों में तो बच्चो की सपनों की दुनिया होती है। आगे... |
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वेनिस का सौदागर (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवमर्चेन्ट आफ वेनिस का हिन्दी अनुवाद..... आगे... |
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परिवर्तन (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवThe taming of the shrew का हिन्दी रूपान्तर..... आगे... |
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निष्फल प्रेम (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवLove’s Labour Lost का हिन्दी रूपान्तर.... आगे... |
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मैकबेथ (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवMacbeth का हिन्दी रूपान्तर आगे... |
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जूलियस सीज़र (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवJuilus Caesar का हिन्दी रूपान्तर आगे... |
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भूलभुलैया (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघव |
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बारहवीं रात (नाटक)शेक्सपियर, रांगेय राघवTwelfth Night का हिन्दी रूपान्तर आगे... |
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वर्तमान चुनौतियाँ और युवावर्गश्रीराम शर्मा आचार्य
मेरी समस्त भावी आशा उन युवकों में केंद्रित है, जो चरित्रवान हों, बुद्धिमान हों, लोकसेवा हेतु सर्वस्वत्यागी और आज्ञापालक हों, जो मेरे विचारों को क्रियान्वित करने के लिए और इस प्रकार अपने तथा देश के व्यापक कल्याण के हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग कर सकें। आगे... |
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उन्नति के तीन गुण-चार चरणश्रीराम शर्मा आचार्य
समस्त कठिनाइयों का एक ही उद्गम है – मानवीय दुर्बुद्धि। जिस उपाय से दुर्बुद्धि को हटाकर सदबुद्धि स्थापित की जा सके, वही मानव कल्याण का, विश्वशांति का मार्ग हो सकता है। आगे... |
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शुक्रवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
इस व्रत को करने वाला कथा कहते व सुनते समय हाथ में गुड़ व भुने चने रखे, सुनने वाला सन्तोषी माता की जय - सन्तोषी माता की जय बोलता जाये आगे... |
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सोमवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
सोमवार के व्रत में शिवजी और पार्वती जी का पूजन करना चाहिये। आगे... |
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शनिवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
शनि की दशा में दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए यह व्रत किया जाता है। शनिस्तोत्र का पाठ भी विशेष लाभदायक सिद्ध होता है। आगे... |
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संतुलित जीवन के व्यावहारिक सूत्रश्रीराम शर्मा आचार्य
मन को संतुलित रखकर प्रसन्नता भरा जीवन जीने के व्यावहारिक सूत्रों को इस पुस्तक में सँजोया गया है आगे... |
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रविवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
रविवार व्रत की विधि, कथा एवं आरती आगे... |
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रवि कहानीअमिताभ चौधरी
रवीन्द्रनाथ टैगोर की जीवनी आगे... |
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रश्मिरथीरामधारी सिंह दिनकर
रश्मिरथी का अर्थ होता है वह व्यक्ति, जिसका रथ रश्मि अर्थात सूर्य की किरणों का हो। इस काव्य में रश्मिरथी नाम कर्ण का है क्योंकि उसका चरित्र सूर्य के समान प्रकाशमान है आगे... |
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प्रेमी का उपहाररबीन्द्रनाथ टैगोर
रवीन्द्रनाथ ठाकुर के गद्य-गीतों के संग्रह ‘लवर्स गिफ्ट’ का सरस हिन्दी भावानुवाद आगे... |
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पंचतंत्रविष्णु शर्मा
भारतीय साहित्य की नीति और लोक कथाओं का विश्व में एक विशिष्ट स्थान है। इन लोकनीति कथाओं के स्रोत हैं, संस्कृत साहित्य की अमर कृतियां - पंचतंत्र एवं हितोपदेश। आगे... |
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मूछोंवालीमधुकांत
‘मूंछोंवाली’ में वर्तमान से तीन दशक पूर्व तथा दो दशक बाद के 50 वर्ष के कालखण्ड में महिलाओं में होने वाले परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती हैं ये लघुकथाएं। आगे... |
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मीडिया हूं मैंजयप्रकाश त्रिपाठी
कुछ तो होगा, कुछ तो होगा, अगर मैं बोलूंगा, न टूटे, न टूटे तिलिस्म सत्ता का, मेरे अंदर का एक कायर टूटेगा। आगे... |
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मनःस्थिति बदलें तो परिस्थिति बदलेश्रीराम शर्मा आचार्य
समय सदा एक जैसा नहीं रहता। वह बदलता एवं आगे बढ़ता जाता है, तो उसके अनुसार नए नियम-निर्धारण भी करने पड़ते हैं। आगे... |
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कामना और वासना की मर्यादाश्रीराम शर्मा आचार्य
कामना एवं वासना को साधारणतया बुरे अर्थों में लिया जाता है और इन्हें त्याज्य माना जाता है। किंतु यह ध्यान रखने योग्य बात है कि इनका विकृत रूप ही त्याज्य है। आगे... |
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हारिए न हिम्मतश्रीराम शर्मा आचार्य
प्रस्तुत पुस्तक में आचार्य श्रीराम शर्मा जी ने लोगों को जीवन की कठिन परिस्थितियों में किस प्रकार के आचार-विचार की आवश्यकता है, इसे एक माह की डायरी के रूप में बताया है। आगे... |
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अपराजेय निरालाआशीष पाण्डेय
निराला साहित्य के नव क्षितिज आगे... |
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विजय, विवेक और विभूतिश्रीरामकिंकर जी महाराज
विजय, विवेक और विभूति का तात्विक विवेचन आगे... |
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विद्युत उत्पन्न करने वाले जीवपरशुराम शुक्ल
विद्युत उत्पन्न करने विभिन्न प्रकार के जीवों का वर्णन आगे... |
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सुग्रीव और विभीषणरामकिंकर जी महाराज
सुग्रीव और विभीषण के चरित्रों का तात्विक विवेचन आगे... |
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सत्य के प्रयोगमहात्मा गाँधी
महात्मा गाँधी की आत्मकथा आगे... |
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सरीसृप नागराजपरशुराम शुक्ल
साँपो के बारे में जानकारी देने वाली पुस्तक आगे... |
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प्रेममूर्ति भरतरामकिंकर जी महाराज
भरत जी के प्रेम का तात्विक विवेचन आगे... |
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प्रसादरामकिंकर जी महाराज
प्रसाद का तात्विक विवेचन आगे... |
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प्रकाश उत्पन्न करने वाले जीवपरशुराम शुक्ल
प्रकाश उत्पन्न करने वाले विभिन्न जीवों का वर्णन आगे... |
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परशुराम संवादरामकिंकर जी महाराज
रामचरितमानस के लक्ष्मण-परशुराम संवाद का वर्णन आगे... |
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नीलकंठ : रंग-बिरंगा सुन्दर पक्षीपरशुराम शुक्ल
नीलकंठ : रंग-बिरंगा सुन्दर पक्षी आगे... |
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मिस्ट्री आफ खजुराहोसुरेन्द्र कुमार सोनी
खजुराहो के मंदिरों के रहस्य आगे... |
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मानस और भागवत में पक्षीरामकिंकर जी महाराज
रामचरितमानस और भागवत में पक्षियों के प्रसंग आगे... |
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माँ गाँव में हैदिविक रमेश
दिविक रमेश की चुनी हुई कविताएँ आगे... |
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लोभ, दान व दयारामकिंकर जी महाराज
मानसिक गुण - कृपा पर महाराज जी के प्रवचन आगे... |
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क्रोधरामकिंकर जी महाराज
मानसिक विकार - क्रोध पर महाराज जी के प्रवचन आगे... |
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कृपारामकिंकर जी महाराज
मानसिक गुण - कृपा पर महाराज जी के प्रवचन आगे... |
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कामरामकिंकर जी महाराज
मानसिक विकार - काम पर महाराज जी के प्रवचन आगे... |
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जयशंकर प्रसाद की कहानियांजयशंकर प्रसाद
जयशंकर प्रसाद की सम्पूर्ण कहानियाँ आगे... |
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हिन्दी साहित्य का दिग्दर्शनमोहनदेव-धर्मपाल
हिन्दी साहित्य का दिग्दर्शन-वि0सं0 700 से 2000 तक (सन् 643 से 1943 तक) आगे... |
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छन्दोऽलङ्कारमञ्जरीरश्मि चतुर्वेदी
संस्कृत व्याकरण की प्रारम्भिक पुस्तक आगे... |