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भारतीय साहित्य संग्रह की पुस्तकें :

रश्मिरथी

रामधारी सिंह दिनकर

रश्मिरथी का अर्थ होता है वह व्यक्ति, जिसका रथ रश्मि अर्थात सूर्य की किरणों का हो। इस काव्य में रश्मिरथी नाम कर्ण का है क्योंकि उसका चरित्र सूर्य के समान प्रकाशमान है

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राख और अंगारे

गुलशन नन्दा

मेरी भी एक बेटी थी। उसे जवानी में एक व्यक्ति से प्रेम हो गया।

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रामप्रसाद बिस्मिल की आत्मकथा

रामप्रसाद बिस्मिल

प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बिस्मिल जी की आत्मकथा

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रूठी रानी (उपन्यास)

प्रेमचन्द

रूठी रानी’ एक ऐतिहासिक उपन्यास है, जिसमें राजाओं की वीरता और देश भक्ति को कलम के आदर्श सिपाही प्रेमचंद ने जीवन्त रूप में प्रस्तुत किया है   आगे...

लोभ, दान व दया

रामकिंकर जी महाराज

मानसिक गुण - कृपा पर महाराज जी के प्रवचन

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वरदान (उपन्यास)

प्रेमचन्द

‘वरदान’ दो प्रेमियों की कथा है। ऐसे दो प्रेमी जो बचपन में साथ-साथ खेले...   आगे...

वर्तमान चुनौतियाँ और युवावर्ग

श्रीराम शर्मा आचार्य

मेरी समस्त भावी आशा उन युवकों में केंद्रित है, जो चरित्रवान हों, बुद्धिमान हों, लोकसेवा हेतु सर्वस्वत्यागी और आज्ञापालक हों, जो मेरे विचारों को क्रियान्वित करने के लिए और इस प्रकार अपने तथा देश के व्यापक कल्याण के हेतु अपने प्राणों का उत्सर्ग कर सकें।

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वातायन

लालजी वर्मा

नयी कवितायें

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वापसी

गुलशन नन्दा

सदाबहार गुलशन नन्दा का रोमांटिक उपन्यास

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विजय, विवेक और विभूति

श्रीरामकिंकर जी महाराज

विजय, विवेक और विभूति का तात्विक विवेचन

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