शब्द का अर्थ
|
कंचु :
|
पुं०=काँच (शीशा)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुआ :
|
पुं० [सं० कंचुक] अंगिया। चोली।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुक :
|
पुं० [सं० कञ्च् (बंधनादि)+उकन्] १. जामे या अचकन की तरह का एक पुराना पहनावा, जो घुटनों तक लंबा होता था। २. स्त्रियों की अंगिया या चोली। ३. कपड़ा। वस्त्र। ४. कवच। बकतर। ५. साँप की केंचुली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुकित :
|
वि० [सं, कंचुक+इतच्] १. जिसके ऊपर कंचुक हो। कंचुक से युक्त। २. कपड़े आदि से ढका हुआ। ३. जो जिरह या बकतर पहने हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुकी (किन्) :
|
पुं० [सं० कंचुक+इनि] १. प्राचीन काल के राजाओं की दासियों का अध्यक्ष या प्रधान अधिकारी और अंतःपुर का रक्षक। २. द्वारपाल। ३. साँप। ४. ऐसा अन्न, जिसके ऊपर छिलका रहता हो। जैसे—चना जौ आदि। स्त्री० [सं० कंचुक] १. अंगिया। चोली। २. साँप की केचुली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुरि :
|
स्त्री०=केंचुली। (साँप की)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुलिका :
|
स्त्री० [सं० कञ्चुली+कन्-टाप्-ह्रस्व]=कंचुली (चोली)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कंचुली :
|
स्त्री० [सं० कञ्च्+उलच्-ङीष्] १. अंगिया। चोली। २. साँप की केंचुली। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कँचुवा :
|
पुं०=केंचुआ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |