लोगों की राय

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

पंक्ति  : स्त्री० [सं० √पंच्+क्तिन्] १. एक ही वर्ग की बहुत-सी चीजों का एक सीध में एक दूसरी से सटकर अथवा कुछ अंतर पर स्थित होने का क्रम या श्रृंखला। जैसे—पेड़ों या मकानों की पंक्ति। २. आज-कल किसी काम या बात की प्रतीक्षा में एकत्र होनेवाले लोगों की वह परंपरा या श्रृंखला, जो चढ़ा-ऊपरी, धक्कम-धक्का आदि रोकने के लिए दूर तक एक सीध में बनाई जाती है। (क्यू) ३. बिरादरी आदि के विचार से एक साथ बैठकर भोजन करनेवालों का समूह। ४. उक्त आधार पर कुलीन और सम्मानित ब्राह्मणों का वर्ग या श्रेणी। ५. एक ही वर्ग के जंतुओं, पशुओं आदि का समूह। जैसे—च्यूँटियों या बंदरों की पंक्ति। ६.एक ही सीध में दूर तक बनी हुई रेखा। लकीर। ७. पुस्तकों, पत्रों आदि में लिखे या छपे हुए अक्षरों की एक सीध में पढ़ने के क्रम से लगी हुई श्रृंखला। ८. प्राचीन भारत में दस-दस सैनिकों का एक वर्ग। ९. छंदशास्त्र में दस अक्षरोंवाले छंदों की संज्ञा। १॰. उक्त के आधार पर दस की सूचक संख्या। ११. जीवों या प्राणियों की वर्तमान पीढ़ी। १२. पृथ्वी। १३. गौरवपूर्ण ख्याति या प्रसिद्धि। १४. परिपक्व, पुष्ट या पूर्ण होना।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-कंटक  : वि० [ष० त०]=पंक्ति-दूषक।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-कृत  : वि० [स० त०] श्रेणीबद्ध।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-ग्रीव  : पुं० [ब० स०] रावण।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-च्युत्  : वि० [पं० त०] [भाव० पंक्ति-च्युति] (व्यक्ति) जिसे उसकी बिरादरी के लोग अपने साथ बैठाकर भोजन न करते हों। बिरादरी से बहिष्कृत।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-दूषक  : वि० [ष० त०] १. जिसके साथ एक पंक्ति में बैकर भोजन न कर सकते हो; अर्थात् जाति-च्युत् या नीच। २. (ब्राह्मण) जिसे भोजन के लिए निमंत्रित करना या दान देना निषिद्ध हो।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-पावन  : पुं० [स० त०] १. ऐसा ब्राह्मण, जिसे स्मृतियों के अनुसार यज्ञादि में बुलाना, भोजन कराना और दान देना श्रेष्ठ माना गया हो। २. अग्निहोत्र करनेवाला गृहस्थ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-बद्ध  : वि० [तृ० त०] जो पंक्ति अर्थात् एक सीध में खड़े हो या लगे हों अथवा खड़े किये या लगाये गये हों।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-बाह्य  : वि० [पं० त०] जाति से निकाला हुआ। बिरादरी से बहिष्कृत।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्ति-रथ  : पुं० [ब० स०] राजा दशरथ।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्तिका  : स्त्री० [सं० पंक्ति+कन्—टाप्]=पंक्ति।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
पंक्तिचर  : पुं० [सं० पंक्ति√चर् (गति)+ट] कुरर पक्षी।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ