शब्द का अर्थ
|
पुष्पहीन :
|
वि० [ब० स०] [स्त्री० पुष्पहीना] (पेड़) जिसमें फूल न लगते हों। पुं० गूलर का वृक्ष। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुष्पहीन :
|
वि० [ब० स०] [स्त्री० पुष्पहीना] (पेड़) जिसमें फूल न लगते हों। पुं० गूलर का वृक्ष। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुष्पहीना :
|
वि० स्त्री० [सं० पुष्पहीन+टाप्] १. (स्त्री) जिसे रजोदर्शन न हो। २. बाँझ। वंध्या। ३. (स्त्री) जिसकी बच्चे पैदा करने की अवस्था बीत चुकी हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पुष्पहीना :
|
वि० स्त्री० [सं० पुष्पहीन+टाप्] १. (स्त्री) जिसे रजोदर्शन न हो। २. बाँझ। वंध्या। ३. (स्त्री) जिसकी बच्चे पैदा करने की अवस्था बीत चुकी हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |