लोगों की राय
शब्द का अर्थ खोजें
शब्द का अर्थ
|
भिड़ :
|
स्त्री० [सं० वरटा] बर्रे। ततैया। मुहावरा—भिड़ के छत्ते में हाथ डालना=जान-बूझकर बहुत बड़ा संकट अपने पीछे लगाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिड़ना :
|
अ० [सं० भिद्] १. परस्पर विरुद्ध दिशा में चलनेवाली चीजों का एक दूसरे से टकराना। जैसे—गाड़ियों, मोटरों या साइकिलों का भिड़ना। २. प्राणियों के संबंध में एक दूसरे से पूरी शक्ति से भिड़ना। ३. व्यक्ति या किसी से लड़ने या विवाद करने के लिए दृढ़तापूर्वक उससे जूझना या सवाल-जवाब करना। ४. मैथुन या संभोग करना (बाजारू)। [हिं० भीड़ना] १. संलग्न होना। सटना। २. दरवाजे के सम्बन्ध में दोनों पल्लों का इस प्रकार एक दूसरे से सटना कि मार्ग बन्द हो जाय। भीड़ा जाना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिड़ाना :
|
स० [हिं० भिड़ना का स०] १. किसी को भिड़ने में प्रवृत्त करना। २. एक को दूसरे के साथ लगाना या सटाना। ३. एक को दूसरे से लड़ाना। आपस में लड़ाई-झगड़ा करना। ४. किसी का किसी के साथ रति या संभोग करने में प्रवृत्त करना (बाजारू)। ५. कोई चीज या कुछ चीजें कहीं से एक स्थान पर लगाना। एकत्र करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
भिड़ाव :
|
पुं० [हिं० भिड़ना] १. भिड़ने की क्रिया या भाव। २. आपस में होनेवाला सामना। ३. दे० ‘भिड़त’। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
|
|
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai