शब्द का अर्थ
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					मलू					 :
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					स्त्री० [सं० मालु] १. मलघन नामक कचनार। २. उक्त की छाल जो बहुत कड़ी होती है और ऊन रँगने के काम आती है।				 | 
			
			
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					मलूक					 :
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					पुं० [?] १. एक प्रकार की कीड़ा। २. एक प्रकार का पक्षी। ३. बौद्ध शास्त्रों में एक बहुत बड़ी संख्या की संज्ञा। ४. दे० ‘अमलूक’। वि० [?] मनोहर। सुन्दर।				 | 
			
			
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					मलूल					 :
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					वि० [अ०] १. खिन्न। दुःखी। २. उदास।				 | 
			
			
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					मलूहा					 :
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					पुं० [?] संगीत में, एक प्रकार का राग।				 | 
			
			
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					मलूहा केदार					 :
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					पुं० [मलूहा+सं० केदार] संगीत में बिलावल ठाठ का एक राग।				 | 
			
			
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