शब्द का अर्थ
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					मष					 :
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					पुं० =मख। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषि					 :
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					स्त्री० [स०√मष्+इन्] १. काजल। २. सुरमा। ३. स्याही।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषि-कूपी					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०+ङीष्] दावात।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषि-घंटी					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०+ङीष्] दावात।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषि-प्रसू					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] १. दावात। २. कलम।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषिधान					 :
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					पुं० [सं० ष० त०] दावात।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषिमणि					 :
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					स्त्री० [सं० ष० त०] दावात।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मषी					 :
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					स्त्री०=मषि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मष्ट					 :
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					वि० [सं० मष्ठ, प्रा० मष्ट=मट्ठ] १. संस्कारशून्य। २. जो भूल गया हो। ३. जो बिलकुल चुप हो। मौन। मुहावरा—मष्ट धारना, मारना या साधना=जान-बूझ कर चुप रहना। कुछ न कहना। मचला बनना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |