शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					महन					 :
				 | 
				
					पुं० =मथना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महना					 :
				 | 
				
					स०=मथना। पुं० [हिं० मथना] बड़ी मथानी। पं०=मेहना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महना-मत्थन					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० महना=मथना] १. बार-बार किसी बात पर तर्क करते चलना। २. व्यर्थ की बहुत अधिक तकरार या हुज्जत।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महनिया					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० महना=मथना+इया (प्रत्यय)] मथनेवाला।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महनीय					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√मह्+अनीयर] [भाव० महनीयता] १. महान। २. पूजनीय। पूज्य। मान्य।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महनु					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० महना] १. मंथन करनेवाला। २. विनाशक।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |