शब्द का अर्थ
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					माँह					 :
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					अव्य० [सं० मध्य०] में। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहरा					 :
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					सर्व=हमारा (राज०)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहा					 :
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					अव्य०=माँह (में)। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहि, मांही					 :
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					अव्य०=माँह।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहुटि					 :
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					पुं० [हिं० माघ (महीना)] माघ के महीने में होनेवाली वर्षा। उदाहरण—नैन चुवहिं जस माँहुटि नीरू।—जायसी। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहूँ					 :
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					पुं० [?] सरसों, गोभी, मूली शलजम आदि में लगनेवाला एक प्रकार का हल्के पीले-रंग का कीड़ा जिसके शरीर के पिछले भाग पर ऊपर की ओर दो छोटी नलियाँ रहती हैं लाही।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					माँहै					 :
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					अव्य०=माँह। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |