शब्द का अर्थ
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माण :
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पुं० =मान। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणक :
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पुं० [सं०√मान् (पूजा)+घञ्, +कन्, नि० णत्व] मानकंद। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणना :
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अ० स० १. =माँड़ना। २. माड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
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माणव :
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पुं० [सं० मनु+अण्, न=ण, वृद्धि] १. मनुष्य। २. बालक। लड़का। ३. ऐसा हार जिसमें १६ लड़ें हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणव-विद्या :
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स्त्री० [सं० ष० त०] जादू-टोना। तंत्र-मंत्र। (कौ)। |
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समानार्थी शब्द-
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माणवक :
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पुं० [सं० माणव+कन्] १. सोलब वर्ष की अवस्थावाला युवक। २. तुच्छ या हीन व्यक्ति। ३. नाटा या बौना व्यक्ति। ४. बालक। लड़का। ५. विद्यार्थी। ६. सोलह लड़ोंवाली मोतियों की माला। |
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समानार्थी शब्द-
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माणवक-क्रीड़ा :
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पुं० [सं० ष० त०] एक प्रकार का वर्ण वृत्त जिसके प्रत्येक चरण में क्रमशः नगण, मगण और दो लघु होते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
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माणस :
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पुं० =मानुस (मनुष्य)। पुं० =मानस। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणिक :
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पुं० =माणिक्य। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणिक्य :
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पुं० [सं० मणि+कन्+ष्यञ्] १. लाल नामक रत्न। २. एक प्रकार का केला। वि० सब में श्रेष्ठ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माणिक्या :
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स्त्री० [सं० माणिक्य+टाप्] छिपकली। |
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समानार्थी शब्द-
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माणिबंध :
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पुं० [सं० मणिबन्ध+अण्] सेंधा नमक। |
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माणिमंथ :
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पुं० [सं० मणिमंथ+अण्] सेंधा नमक। |
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समानार्थी शब्द-
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