शब्द का अर्थ
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					मुड़					 :
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					हिं० मूँड़ का संक्षिप्त रूप से उसे यौगिक पदों के आरंभ में लगने पर प्राप्त होता है। जैसे—मुड़-चिरा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मुड़-परैना					 :
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					पुं० [हिं० मूँड़=सिर+पारना=रखना] फेरी करके सौदा बेचनेवालों का बकुचा जिससे वे ब्रिकी की चीज़ें रखते हैं। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मुड़क					 :
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					स्त्री० [हिं० मुड़कना] मुड़कने की क्रिया या भाव।				 | 
			
			
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					मुड़कना					 :
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					अ० [हिं० मुड़ना] १. लचक कर किसी ओर झुकना या घूमना। २. किसी अंग का झटके आदि के कारण किसी ओर तन जाना। जैसे—कलाई या पहुँचा मुड़कना। ३. वापस आना। लौटना। ४. हिचकना। रुकना। ५. चौपट या नष्ट होना। ६. दे० ‘मुड़ना’।				 | 
			
			
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					मुड़काना					 :
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					स० [हिं० मुरकना का स० रूप] १. ऐसा काम करना जिसमें कुछ मुड़के। मुड़कने में प्रवृत्त करना। जैसे—किसी का हाथ मुड़कना। २. वापस लाना। लौटाना। ३. चौपट या नष्ट करना। ४. दे० ‘मोड़ना’।				 | 
			
			
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					मुड़चिरा					 :
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					वि० =मुँड़चिरा।				 | 
			
			
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					मुड़ना					 :
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					अ० [सं० मुरण=लिपटना, फेरा खाना, हिं० मोड़ना क अ० रूप] १. किसी सीधी, कड़ी या ठोस चीज का किसी ओर झुक जाना। २. गतिशील अथवा स्थित व्यक्ति या पदार्थ का किसी दूसरी दिशा की ओर उन्मुख या प्रवृत्त होना। ३. किसी धारदार किनारे या नोक का इस प्रकार झुक जाना कि वह आगे की ओर न रह जाय। जैसे—छुरी की धार मुड़ना। ४. वापस आना। लौटाना। ५. किसी काम या बात से विरत होना। ६. जमीन पर गिरना। उदाहरण—बिबेक सहाई सहित सो सुभग संजुग महि मुरे।—तुलसी। ७. जमीन पर इधर-उधर लोटना। ८. संकोच करना। हिचकना। उदाहरण—गयो सभागम नेकु न मुरा। (मुड़ा)—तुलसी।				 | 
			
			
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					मुड़ला					 :
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					वि० मुंड़ा (बिना बालोंवाला)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मुड़वाना					 :
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					स०=मुँड़वाना (मुंड़न कराना।।				 | 
			
			
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					मुड़वारी					 :
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					स्त्री० [हिं० मूँड़+वारी (प्रत्यय)] १. मुँड़ेरा। २. सिरहाना। ३. सिर की ओर का अंश या भाग।				 | 
			
			
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					मुड़ह					 :
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					वि० =मूढ़ (मूर्ख)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मुड़हर					 :
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					पुं० [हिं० मूँड़+हर (प्रत्यय)] १. साड़ी का वह अंश जो सिर पर पड़ता है। २. सिर का अगला भाग।				 | 
			
			
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					मुड़हा					 :
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					वि० =मूढ़। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मुड़ाना					 :
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					स०१. =मुँड़ाना। २. =मुँड़वाना।				 | 
			
			
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					मुड़िया					 :
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					पुं० [हिं० मूँड़ना+इया (प्रत्यय)] १. वह जिसका सिर मूँडा हुआ हो। २. वह जो सिर मुंड़ाकर संसार-त्यागी या विरक्त हो गया हो। स्त्री० [देश] एक प्रकार की मछली।				 | 
			
			
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