शब्द का अर्थ
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					मूठ					 :
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					स्त्री० [सं० मुष्टि] १. मुट्ठी। मुहावरा—मूठ करना=तीतर, बटेर आदि को गरमाने तथा उत्तेजित करने के लिए मुट्ठी में रखकर हलके से बार बार दबाना। घूट मारना=स्त्री० (क) कबूतर को मुट्ठी में पकड़ना। (ख) हस्त क्रिया करना। २. किसी उपकरण, यंत्र, शस्त्र आदि का वह भाग जहाँ से उसे पकड़ा या उठाया जाना है। जैसे—छाता, चक्की या तलवार की मूठ। ३. किसी औजार हथियार आदि का वह भाग जो व्यवहार करते समय हाथ में रहता है। मुठिया। दस्ता। कब्जा। जैसे—छाते या तलवार की मूठ। ४. उतनी वस्तु जितनी मुट्ठी में आ सके। ५. एक प्रकार का जुआ जिसमें मुट्ठी में कौड़ियाँ बन्द करके उनकी संख्या बुझाते हैं। ६. तंत्र-मंत्र का प्रयोग। जादू। टोना। मुहावरा—मूठ मारना=किसी पर जादू-टोना करने के लिए मुट्ठी में कोई चीज पकड़कर और मंत्र पढ़कर किसी पर फेंकना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					मूठना					 :
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					अ० [सं० मुष्ट, प्रा० मुटठ] नष्ट होना। मर मिटना। न रह जाना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मूठा					 :
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					पुं० =मुट्ठा।				 | 
			
			
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					मूठाली					 :
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					स्त्री० [हिं० मूठ+आली (प्रत्यय)] तलवार। (डिं०)				 | 
			
			
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					मूठि					 :
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					स्त्री० १. =मूठ। २. =मुट्ठी।				 | 
			
			
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					मूठी					 :
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					स्त्री०=मुट्ठी।				 | 
			
			
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