शब्द का अर्थ
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					मोन					 :
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					पुं० =मोयन। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मोनस					 :
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					पुं० [सं०] एक गोत्र-प्रवर्तक ऋषि।				 | 
			
			
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					मोना					 :
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					स० [हिं० मोयन] १. गूँधे हुए आटे में घी का मोयन देना। २. तर करना। भिगोना। स० [सं० मोहन] १. मोहित करना। २. मोह अर्थात् भ्रम में डालना। उदाहरण—कछुक देवमायाँ मति मोई।—तुलसी। पुं० [सं० मुंडन] १. वह जो मुंडन कराता हो अथवा जिसके केश काटे जाते हों। २. हिन्दू। सिक्ख से भिन्न। (पंजाब)। पुं० [सं० मोण] [स्त्री, अल्पा० मोनिया] ढक्कनदार पिटारा।				 | 
			
			
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					मोनाल					 :
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					पुं० [देश] महोखे की जाति का एक पक्षी। नील-मोर।				 | 
			
			
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					मोनिया					 :
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					स्त्री० [हिं० मोना का स्त्री० अल्पा] छोटी ढक्कनदार पिटारी।				 | 
			
			
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					मोनो-टाइप-मशीन					 :
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					स्त्री० [अं०] छापे के अक्षर कंपोज करने वाली वह मशीन जिसमें एक-एक अक्षर नया ढलता और कंपोज होता चलता है।				 | 
			
			
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					मोनोग्राम					 :
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					पुं० [अं०] किसी नाम के आरम्भिक दो-तीन अक्षरों के संयोग से बना हुआ संक्षिप्त सांकेतिक रूप जो प्रायः अलंकृत अक्षरों मे लिखा रहता है।				 | 
			
			
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