शब्द का अर्थ
|
युक्ति :
|
स्त्री० [सं०√युज्+क्तिन्] १. युक्त अर्थात् मिले हुए होने की अवस्था या भाव। मिलन। योग। २. कोई कठिन काम सरलतापूर्वक करने का उपाय या ढंग। तरकीब। ३. किसी तत्त्व का खंडन या मंडन करने के लिए कही जानेवाली कोई बुद्धिसंगत बात। दलील (रीजन)। ४. प्रथा। रीति। ५. कारण। ६. कौशल। चातुरी। ७. साहित्य में एक प्रकार का अर्थालंकार जिसमें किसी उपाय या कौशल से अपनी कोई चेष्टा या रहस्य दूसरे से छिपाने का उल्लेख या वर्णन होता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
युक्ति-युक्त :
|
वि० [सं० तृ० त०] जो युक्ति की दृष्टि से ठीक हो। युक्ति-संगत। ठीक। वाजिब। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
युक्ति-शास्त्र :
|
पुं० [सं० मध्य० स०] तर्क-शास्त्र। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
युक्तिकर :
|
वि० [सं० युक्ति√कृ (करना)+ट]=युक्ति-युक्त। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
युक्तिवाद :
|
पुं० [सं० ष० त०]=बुद्धिवाद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |