शब्द का अर्थ
|
वत् :
|
अव्य० [सं० व्याकरण का एक प्रत्यय] एक प्रत्यय जो शब्दों के अंत में लगकर निम्नलिखित अर्थ देता है। (क) तुल्य समान। जैसे–चंद्रवत्। (ख) के अनुसार। जैसे– विधिवत्। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्तिस्थ :
|
वि० [सं० वृत्ति√स्था+क] १. जो अपनी वृत्ति पर स्थित हो। २. जो अपनी वृत्ति से जीविका उपार्जित करता हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्स :
|
पुं० [सं०√वद् (बोलना)+स] १. गाय का बच्चा। बछड़ा। २. छोटा बच्चा। शिशु। ३. कंस का एक अनुचर। ४. इन्द्र जौ। ५. छाती। उर। ६. एक प्राचीन देश। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सक :
|
पुं० [सं० वत्स+कन्] [स्त्री० अल्पा० वत्सिका] १. पुष्प कसीस २. इन्द्र जौ। ३. कुटज। निर्गुंडी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सतर :
|
पुं० [सं० वत्स+तरप्] [स्त्री० वत्सतरी] ऐसा जवान बछड़ा जो जोता न गया हो। दोहान। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सतरी :
|
स्त्री० [सं० वत्सतर+ङीष्] ऐसी बछिया जो तीन वर्ष या उससे कम की हो। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सनाभ :
|
पुं० [सं० वत्य√नभ् (हिंसा)+अण्] एक प्रकार का जहरीला पौधा। बछनाग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सर :
|
पुं० [सं०√वस् (निवास करना)+सरन्, सस्य, तः०] बारह महीनों का समय। वर्ष। साल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सल :
|
वि० [सं० वत्स+लच्] बच्चों विशेषतः अपने बच्चे से अनुराग रखनेवाला। बच्चों से स्नेह करनेवाला। पुं० वात्सल्य रस। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सासुर :
|
पुं० [सं० वत्स-असुर, मध्य० स०] एक असुर जिसका वध श्रीकृष्ण ने किया था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सिमा (मन्) :
|
स्त्री० [सं० वत्स+इमनिच्] बचपन। बाल्यावस्था। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सी (त्सिन्) :
|
वि० [सं० वत्स+इनि] जिसके बहुत से बच्चे हों। पुं० विष्णु। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वत्सीय :
|
वि० [सं० वत्स+छ-ईय] वत्स संबंधी। पुं० अहीर। ग्वाला। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |