शब्द का अर्थ
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सृक :
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पुं० [सं०] १. शूल। २. बरछा। भाला। ३. तीर। बाण। ४. वायु। हवा। ५. कमल। पुं० [सं० सृक] माला या हार।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सृकंडू :
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स्त्री० [सं०] खाज या खुजली नामक रोग। कंडु। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सृकाल :
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पुं० =श्रृगाल (गीदड़)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सृक्कणी, सृक्किणी :
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स्त्री० [सं०] होठों का कोना। मुँह का कोना। |
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समानार्थी शब्द-
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सृक्व (न्) :
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पुं० [सं०] होठों का छोर। मुँह का कोना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |