शब्द का अर्थ
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आलेख :
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पुं० [सं० आ√लिख् (लिखना)+घञ्] १. लिखना। २. लिखावट। लिपि। ३. वह जो कुछ लिखा हो। जैसे—चित्र लेख आदि। ४. तवे के आकार का वह वैज्ञानिक उपकरण जिसमें वक्ता की आवाज भरी होती है, और जिसे ग्रामोफोन में रख कर बजाया जाता है। (रेकार्ड) |
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आलेख-रूपक :
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पुं० [ष० त०] आज-कल रेडियो पर होने वाला ऐसा रूपक जिसमें पहले से तैयार किये हुए आलेखों (रेकार्ड) का अधिक व्यवहार किया जाता है। |
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आलेखन :
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पुं० [सं० आ√लिख्+ल्युट्-अन] [वि० आलैखिक, आलिखित, कर्त्ता, आलेखक] १. लिखने की क्रिया या भाव। २. चित्र अंकित करना। |
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आलेखनी :
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स्त्री० [सं० आलेखन+ङीष्] १. कलम। २. चित्र अंकित करने की कूँची। |
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आलेख्य :
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वि० [सं० आ√लिख्+ण्यत्] १. लिखे जाने के योग्य। २. जो लिखा जाने को हो। पुं० १. वह जो कुछ लिखा गया हो। २. चित्र। तसवीर। |
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आलेख्य-कर्म (न्) :
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पुं० [ष० त०] चित्र अंकित करने का काम। चित्रांकन (पेटिंग) |
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आलेख्य-विद्या :
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स्त्री० [ष० त०] चित्रकारी। |
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