लोगों की राय

शब्द का अर्थ खोजें

शब्द का अर्थ

उद्देश  : पुं० [सं० उद्√दिश्+घञ्] १. किसी चीज की ओर निर्देश या संकेत करना। २. कोई काम करते समय किसी चीज या बात का ध्यान रखना। ३. कारण। ४. न्याय में, प्रतिज्ञा नामक तत्त्व। ५. कारण। हेतु। ६. दे० ‘उद्देश्य’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देश  : पुं० [सं० उद्√दिश्+घञ्] १. किसी चीज की ओर निर्देश या संकेत करना। २. कोई काम करते समय किसी चीज या बात का ध्यान रखना। ३. कारण। ४. न्याय में, प्रतिज्ञा नामक तत्त्व। ५. कारण। हेतु। ६. दे० ‘उद्देश्य’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देशक  : वि० [सं० उद्√दिश्+ण्वुल-अक] किसी की ओर उद्देश (निर्देश या संकेत) करनेवाला। पुं० गणित में, प्रश्न।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देशक  : वि० [सं० उद्√दिश्+ण्वुल-अक] किसी की ओर उद्देश (निर्देश या संकेत) करनेवाला। पुं० गणित में, प्रश्न।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देशन  : पुं० [सं० उद्√दिश्+ल्युट-अन] किसी की ओर निर्देश या संकेत करने की क्रिया या भाव।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देशन  : पुं० [सं० उद्√दिश्+ल्युट-अन] किसी की ओर निर्देश या संकेत करने की क्रिया या भाव।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देश्य  : पुं० [सं० उद्√दिश्+ण्यत्] १. वह मानसिक तत्त्व (भाव या विचार) जिसका ध्यान रखते हुए या जिससे प्रेरित होकर कुछ कहा या किया जाए। किसी काम में प्रवृत्त करनेवाला मनोभाव। (मोटिव) जैसे—देखना यह चाहिए वह जाने (या अमुक अपराध करने) में आपका मुख्य उद्देश्य क्या था। २. वह बात, वस्तु या विषय जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए। अभिप्रेत कार्य, पदार्थ या विषय। इष्ट। ध्येय। (आब्जेक्ट) ३. व्याकरण में, वह जिसके विचार से या जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या विधान किया जाए। किसी वाक्य का कर्त्तृ पद जो उसके विधेय से भिन्न होता है। (आब्जेक्ट) जैसे—वह बहुत साहसी है। में वह उद्देश्य है, क्योंकि वाक्य में उसी के साहसी होने की चर्चा या विधान है। ४. दे० ‘प्रयोजन’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
उद्देश्य  : पुं० [सं० उद्√दिश्+ण्यत्] १. वह मानसिक तत्त्व (भाव या विचार) जिसका ध्यान रखते हुए या जिससे प्रेरित होकर कुछ कहा या किया जाए। किसी काम में प्रवृत्त करनेवाला मनोभाव। (मोटिव) जैसे—देखना यह चाहिए वह जाने (या अमुक अपराध करने) में आपका मुख्य उद्देश्य क्या था। २. वह बात, वस्तु या विषय जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए। अभिप्रेत कार्य, पदार्थ या विषय। इष्ट। ध्येय। (आब्जेक्ट) ३. व्याकरण में, वह जिसके विचार से या जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या विधान किया जाए। किसी वाक्य का कर्त्तृ पद जो उसके विधेय से भिन्न होता है। (आब्जेक्ट) जैसे—वह बहुत साहसी है। में वह उद्देश्य है, क्योंकि वाक्य में उसी के साहसी होने की चर्चा या विधान है। ४. दे० ‘प्रयोजन’।
समानार्थी शब्द-  उपलब्ध नहीं
 
लौटें            मुख पृष्ठ
 

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai