शब्द का अर्थ
|
उमड़ :
|
स्त्री० [सं० उन्मण्डन्] उमड़ने की क्रिया या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उमड़ :
|
स्त्री० [सं० उन्मण्डन्] उमड़ने की क्रिया या भाव। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उमड़ना :
|
अ० [सं० उम-भरना या हिं० उमगना] १. जलाशय विशेषतः नदी में पूरी तरह से भर जाने पर जल का बाहर निकलकर चारों ओर फैलना। जैसे—(क) घटा या बादल उमड़ना। (ख) तमाशा देखने के लिए भीड़ उमडना। पद-उमड़ना-घुमड़ना-घुमड़कर इधर-उधर चक्कर लगाना और छितराना। ३. किसी कोमल मनोवेग के कारण दया आदि उत्पन्न होना। जी भर आना। जैसे—उसे विलाप करते देखकर मेरा मन भी उमड़ आया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उमड़ना :
|
अ० [सं० उम-भरना या हिं० उमगना] १. जलाशय विशेषतः नदी में पूरी तरह से भर जाने पर जल का बाहर निकलकर चारों ओर फैलना। जैसे—(क) घटा या बादल उमड़ना। (ख) तमाशा देखने के लिए भीड़ उमडना। पद-उमड़ना-घुमड़ना-घुमड़कर इधर-उधर चक्कर लगाना और छितराना। ३. किसी कोमल मनोवेग के कारण दया आदि उत्पन्न होना। जी भर आना। जैसे—उसे विलाप करते देखकर मेरा मन भी उमड़ आया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उमड़ाना :
|
स० [हिं० उमडना] किसी को उमड़ने में प्रवृत्त करना। अ०=उमड़ना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उमड़ाना :
|
स० [हिं० उमडना] किसी को उमड़ने में प्रवृत्त करना। अ०=उमड़ना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |