शब्द का अर्थ
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ऋषभ :
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पुं० [सं०√ऋष्(गति)+अभच्] १. बैल। २. संगीत के सात स्वरों में से दूसरा। ३. एक प्रकार की जड़ी जो बल और वीर्य बढ़ानेवाली मानी गई है। ४. दक्षिण दिशा का एक पर्वत। ५. नर। ६. विष्णु का एक अवतार। वि० उत्तम। श्रेष्ठ। |
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ऋषभ-कूट :
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पुं० [कर्म० स०] दक्षिण भारत का एक पर्वत। |
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ऋषभ-देव :
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पुं० [कर्म० स०] १. विष्णु के २४ अवतारों में से एक जो भागवत के अनुसार राजा नाभि के पुत्र थे। २. जैन धर्म के आदि तीर्थंकर। |
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ऋषभ-ध्वज :
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पुं० [ब० स०] शंकर। शिव। |
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ऋषभी :
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स्त्री० [सं० ऋषभ+ङीष्] वह स्त्री जिसका रंग-ढंग पुरुषों का सा हो। मर्दानी औरत। |
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