शब्द का अर्थ
|
कराह :
|
स्त्री० [हिं० कराहना] १. कराहने की किया या भाव। २. कराहने से उत्पन्न होनेवाला शब्द। पुं० =कड़ाह (कटाह)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कराहत :
|
स्त्री० [अ०] वीभत्स बात या वस्तु को देखकर मन में होने वाली घृणा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कराहना :
|
अ० [अनु०] असह्य पीड़ा या वेदना के समय मनुष्य का आह-आह आदि शब्द करना। आह, ऊह आदि करना। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कराहा :
|
पुं० =कड़ाह। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |