शब्द का अर्थ
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कहना :
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स० [सं० कथ, प्रा० कह, कध, कत्थ, कहिज्ज, गु० कहवूं, पं० कैना, सिं० कहनुँ, मरा० कथणें] १. मुँह से सार्थक पद,वाक्य या शब्द का उच्चारण करना। बोलना। जैसे—कुछ कहो तो सही। २. अपना उद्देश्य भाव० विचार आदि शब्दों में व्यक्त करना। जैसे—(क) मुझे जो कुछ कहना था वह मैंने कह दिया। (ख) अब अपनी कहानी कहेगें। मुहावरा—कहना बदना=(क) किसी बात का निश्चय करना। (ख) प्रतिज्ञा करना। कहना-सुनना=बातचीत या वार्तालाप करना। पद—कहने की बात=महत्त्वपूर्ण बात। कहने को=क) नाममात्र को। यों ही। जैसे—कहने को ही यह नियम चल रहा है। (ख) यों ही काम चलाने या बात टालने के लिए। जैसे—उन्होंने कहने को कह दिया कि हम ऐसा नहीं करेंगे। कहने-सुनने को=कहने को। ३. घोषणा करना। जैसे—राष्ट्रपति ने रात को रेडियो पर कहा है कि स्थिति सुधरते ही यह आदेश लौटा लिया जायगा। ४. चेष्टा, संकेत आदि से अपना आंतरिक भाव जतलाना। जैसे—ये आँखें कुछ कह रही हैं। ५. समाचार या सूचना देना। जैसे—उनका नौकर अभी-अभी यह कह गया है। ६. नाम रखना। पुकारना। जैसे—उन्हें लोग राय साहब कहने लगे हैं। ७. बतलाना या समझाना-बुझाना। जैसे—कई बार उससे कहा गया है पर उनकी समझ में नहीं आता। पद—कहना-सुनना-(क) समझाना-बुझाना। (ख) प्रार्थना करना। ८. बातों में बहलाना या भुलाना। बहकाना। जैसे—इसके संगीसाथी जो कुछ कहते हैं वही यह करता है। मुहावरा—(किसी के) कहने या कहने-सुनने में आना=किसी की अर्थहीन या झूठी बातों को ठीक मानकर उनके अनुसार चलना। (किसी के) कहने पर चलना=आदेश, उपदेश आदि के अनुसार काम करना। ९. अनुचित या अनुपयुक्त कहना। भली-बुरी बातें कहना। जैसे—जो एक कहेगा, वह चार सुनेगा। पुं० १. कथन। बात। २. आज्ञा। आदेश। ३. अनुरोध। प्रार्थना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कहनाउत :
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स्त्री०=कहनावत।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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कहनाम :
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पुं० [हिं० कहना] १. किसी की कही हुई बात। उक्ति। कथन। २. कहावत।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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कहनावत :
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स्त्री० [हि० कहना+आवत (प्रत्य०)] १. किसी की कही हुई बात उक्ति। कथन। उदाहरण—सुनहु सखी राधा कहनावति।—सूर। २. दे० ‘कहावत’। |
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