शब्द का अर्थ
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कुँआ :
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पुं० =कूआँ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँआ :
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पुं० =कूआँ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँआर :
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पुं० =क्वार (महीना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँआर-मग :
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पुं० [हिं० कुमार+हिं० मग=मार्ग] आकाश-गंगा। (राज)। उदाहरण—मांग समाहि कुँआर मग।—प्रिथीराज। विशेष—राजस्थान में यह प्रवाद है कि आकाश में उक्त स्थान पर कुँआरे लड़के नमक ढोते हैं, इसी से यह नाम पड़ा है।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
कुँआरा :
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वि० [सं० कुमार] [स्त्री० कुँआरी] १. (युवक) जिसका अभी विवाह न हुआ हो। अ-विवाहित। २. (व्यक्ति) जिसने विवाह न किया हो। पुं० =क्वार (महीना)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |