शब्द का अर्थ
|
गच :
|
स्त्री० [अनु०] किसी नरम या मुलायम चीज में किसी कड़ी, नुकीली या पैनी चीज के धँसने अथवा धँसाने से होनेवाला शब्द। जैसे–कलेजे, तरबूज या लौकी में गच से छुरी धँसना या धँसाना। स्त्री० [चीनी कचु, तुर्की गज] १.चूने-सुर्खी का मसाला। २.चूने सुर्खी से कूटकर बनाई हुई पक्की और साफ-सुथरी जमीन या फर्श। ३.चूने-सुर्खी आदि से दीवारों पर किया हुआ पलस्तर या लेप। ४. साफ सुथरा तल या सतह। ५. संगजराहत या सिलखड़ी को फूँककर तैयार किया हुआ चूना। (प्लास्टर आँफ पेरिस)वि० बहुत ही चमकीले और साफ तलवाला। उदाहरण–ज्यौं गच काँच बिलोकि सेन जड़ छाँह आपने तन की।–तुलसी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचकारी :
|
स्त्री० [हिं० गच+फा० कारी] १. चूने, सुर्खी आदि को मिलाकर तैयार किए हुए मसाले से दीवारों का पलस्तर, जमीन या फर्श आदि बनाने का काम। २. उक्त प्रकार की मिलावट के लिए गच पीटने का काम। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचगर :
|
पुं० [हिं० गच+फा० गर-बनानेवाला] वह कारीगर या राज जो गच बनाता हो। गच पीटने और बनाने वाला मिस्त्री। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचगीरी :
|
स्त्री० =गचकारी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचना :
|
स० [अनु० गच] १. बहुत अधिक कस या ठूसकर भरना। स० दे० ‘गाँसना’।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचपच :
|
वि० ==गिचपिच। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गचाका :
|
पुं० [हिं० गच से अनु०] गच से गिरने या बोलने का शब्द। क्रि० वि० १. एकदम से। सहसा। २. पूरी तरह से। भरपूर। (बाजारू) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गच्चा :
|
पुं० [अनु०] १. गड्ढा। गर्त्त। २. जोखिम, हानि आदि की संभावना या उसका स्थल। ३. ऐसा धोखा या भ्रम जिससे भारी हानि हो। मुहावरा–गच्चा खाना=धोखे में आकर अपनी हानि कर बैठना, |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गच्छ :
|
पुं ० [सं०√गम् (जाना)+क्विप्, तुक्, गत√छो (काटना)+क] १. पेड़। गाछ। २. जैन साधुओं के रहने का मठ। ३. जैन साधु का गुरु-भाई। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |