शब्द का अर्थ
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गद्य :
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पुं० [सं०√गद् (बोलना)+यत्] १. बोल चाल की भाषा में लिखने का वह लेखन प्रकार जिसमें अलंकार, मात्रा, वर्ण, लय आदि के बन्धन का विचार नही होता। वचनिका। पद्य का विपर्याय। (प्रोज) २. ऐसी सीधी-सादी बोली या भाषा जिसमें किसी प्रकार की बनावट न हो। |
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समानार्थी शब्द-
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गद्य-काव्य :
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पुं० [कर्म० स० ] वह गद्य जिसमें कुछ भाव या भावनाएँ ऐसी कवित्वपूर्ण सुन्दरता से व्यक्त की गई हों कि उसमें काव्य की सी संवेदनशीलता तथा सरसता आ जाय। |
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गद्याणक :
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पुं० [सं० गद्याण+कन्] कलिंग देश का एक प्राचीन मान। |
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गद्यात्मक :
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वि० [सं० गद्य-आत्मन्, ब०स० कप्] [स्त्री० गद्यत्मिका] १.गद्य के रूप में लिखा हुआ। २. गद्य-संबंधी। |
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