शब्द का अर्थ
|
गेंड :
|
पुं० [सं० गोष्ठ] १. डंठलों, पत्तियों आदि से बनाया हुआ वह घेरा जिसमें खेतिहर अपना अनाज रखते हैं। २. घेरा। मंडल। ३. ऊख के ऊपर के पत्ते। अगौरा। ४. दे० ‘गेंड़’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंड़ :
|
स्त्री० [हिं० गेंड़ना] गेंड़ने की क्रिया या भाव। २. मंडलाकार बनाया हुआ गड्ढा, या खींची हुई रेखा। दे० ‘गेंड़’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंड़ना :
|
स० [हिं० गेंड़] १. खेतों की सीमा निर्धारित करने के लिए उनके चारों ओर मेंड़ बनाना। २. बाढ़ आदि लगाकर चारों ओर से घेरना। ३. अन्न रखने के लिए गेंड़ या घेरा बनाना। ४. लकड़ी के टुकड़े काटने के लिए कुल्हाड़ी से चारों ओर छेव लगाना। ५. दे० ‘गेंड़ना’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंडली :
|
स्त्री० [सं० कुंडली] मंडलाकार घेरा। कुंडली। (साँपों आदि की।) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंड़ा :
|
पुं० [सं० कांड] १. ईख के ऊपर के पत्ते। अगौरी। २. ईख। गन्ना। ३. ईख के छोटे-छोटे टुकड़े। गँडेरी। ४. धातु के टुकड़े पीटने की पत्थर की निहाई। पुं० दे० गैड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंड़ी :
|
स्त्री० [सं० गंड-चिन्ह] १. गेंड़ने की क्रिया या भाव। २. लड़कों का एक खेल जिसमें किसी मंडलाकार रेखा के बीच में लकड़ी का एक टुकड़ा रखकर और उस पर आघात करके उसे रेखा के बाहर निकालने का प्रयत्न किया जाता है। ३. उक्त खेल की वह लकड़ी जो मंडलाकार रेखा के बीच में रखी जाती हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंड़ु :
|
पुं० [सं०] कंदुक। गेंद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंडुआ :
|
पुं० [सं० गेंदुक-गेंद] १. बड़ा गेंद। २. सिर के नीचे रखने का गोल तकिया। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंडुक :
|
पुं० [सं० गेंदुक, पृषो० सिद्धि] कंदुक। गेंद। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंडुरी :
|
स्त्री० [सं० कुंडली] १. कपड़े या रस्सी का बना हुआ वह मेंड़रा जिस पर घड़ा रखते हैं अथवा जिसे बोझ उठाने के समय सिर पर रखते हैं। ईडुरी। २. कुंडली या फेंटा (साँपो आदि का)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
गेंडुली :
|
स्त्री० =गेंड़ुरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |