लोगों की राय
शब्द का अर्थ खोजें
शब्द का अर्थ
|
चाँदनी :
|
स्त्री० [सं० चंद्र>>चंद्रण, दे० प्रा० चंदिण, प्रा० चंद्दण; बँ० उ० चांदनी, गु० चांदरणु, मरा० चंदर्णें] १. चाँद का प्रकाश। रात के समय होनेवाला चंद्रमा का उजाला या प्रकाश। कौमुदी। चंद्रिका। ज्योत्स्ना। क्रि० प्र०–खिलना।–छिटकना।–फैलना।–बिछना। मुहावरा–चाँदनी मारना=(क) लोक प्रवाद के अनुसार चाँदनी का बुरा प्रभाव पड़ने के कारण घाव या जख्म का अच्छा न होना। (ख) चाँदनी पड़ने या लगने के कारण घोड़ो को एक प्रकार का आकस्मिक रोग होना। पद–चाँदनी रात=वह रात जिसमें चंद्रमा का प्रकाश चारों ओर फैला हो। शुक्ल पक्ष की रात्रि। चार दिन की चाँदनी अस्थायी या क्षणिक वैभव या सुख। स्त्री० [हिं० चंदनी] १. बिछाने की बड़ी सफेद चादर। सफेद फर्श। विशेष–कहते है कि पहले नूरजहाँ ने अपने महल में चंदन के रंग का एक फर्श बनवाया था, उसी से यह शब्द बिछाने की चादर के अर्थ में चल पड़ा। २. छत पर या ऊपर की ओर तानने का कपड़ा। छतगीर। ३. गुलचाँदनी नाम का पौधा और उसका फूल। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
|
|
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai