शब्द का अर्थ
|
चें :
|
स्त्री० [अनु०] चिड़ियों का शब्द। पद-चें चें=(क) व्यर्थ की बकवाद। (ख) रोने, चिल्लाने आदि का शब्द। मुहावरा–चें बोलना=चीं बोलना। (दे०)। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंगड़ा :
|
पुं० [अनु०] [स्त्री० चिंगड़ी] छोटी बच्चा। शिशु। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंगा :
|
पुं० दे० ‘‘चेंगड़ा’’। स्त्री० दे० ‘चेनगा’। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंगी :
|
स्त्री० [देश०] गाड़ियों में चमड़े की वह चकती अथवा सन का घेरा जिसे पैजनी और पहिए के बीच में इसलिए पहना देते हैं जिससे दोनों एक दूसरे से रगड़ न खाएँ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंघी :
|
स्त्री०=चेंगी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंच :
|
पुं० [सं० चंचु] एक प्रकार का बरसाती साग। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंचर :
|
वि० [चें चें से अनु०] चें चें करनेवाला। बकवादी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंचुआ :
|
पुं० [चें चें से अनु०] चातक का बच्चा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंटियारी :
|
स्त्री० [देश०] एक प्रकार का बहुत बड़ा जल-पक्षी जिसके पैर और चोंच लंबी होती है और जिसका शिकार किया जाता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंटी :
|
स्त्री०=च्यूँटी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंटुआ :
|
पुं० [हिं० चिड़िया] चिड़िया का बच्चा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंड़ :
|
पुं० [सं०√चिट् (प्रेरणा करना+अच्] चेट। चेटक। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंड़ा :
|
पुं०=चेंगड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंतुला :
|
पुं० [देश०] एक प्रकार का पकवान जिसमें आटे की पूरी की तरह पतला बेलकर गोंठते और चौखूँटा बनाकर कुछ दबा देते हैं फिर घी में तल लेते हैं। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंधी :
|
स्त्री०=चेंगी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंपु :
|
पुं०=चेप। उदाहरण–दृग खंजन गहि लै गयौ चितवन चेंपु लगाय।–बिहारी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंपें :
|
स्त्री० [अनु०] १. चिल्लाहट। व्यर्थ की बकवाद। २. डरते या सहमते हुए कही जानेवाली बात। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंफ :
|
पुं०[देश०] ऊख का छिलका।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
चेंयरी :
|
स्त्री० [?] मस्तक का ऊपरी भाग। उदाहरण–अक्कल चेंथरी में चढ़ गई।–वृंदावनलाल वर्मा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |