शब्द का अर्थ
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बनान :
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स्त्री० [हि० बनाना] बनाने की क्रिया, ढंग या भाव। बनावट। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बनाना :
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स० [हिं० बनना का स०] १. किसी चीज को अस्तित्व देना या सत्ता में लाना। रचना। जैसे—(क) ईश्वर ने यह संसार बनाया है। (ख) सरकार ने कानून बनाया है। २. भौतिक वस्तुओं के संबंध में उन्हें तैयार या प्रस्तुत करना। रचना। जैसे—(क) मकान या कारखाना बनाना। (ख) गंजी या मोजा बनाना। ३. अभौतिक तथा अमूर्त वस्तुओं के संबंध में विचार जगत से लाकर प्रत्यक्ष करना। जैसे—कविता बनाना। पद—बनाकर=खूब अच्छी तरह। भली-भाँति। जैसे—आज हम बनाकर तुम्हारी खबर लेगे। मुहावरा—(किसी व्यक्ति को) बनाये रखना-अच्छी दशा में अथवा ज्यों का त्यों रखना। रक्षापूर्वक रखना। (किसी व्यक्ति को) बनाये रखना=सकुशल, जीवित या वर्तमान रखना। जैसे—(क) ईश्वर आपको बनाये रखे (आर्शीवाद) (ख) किसी को अनुकूल या अपने प्रति दयालु रखना। जैसे—उन्हें बनाये रखने से तुम्हारा लाभ ही होगा। ४. ऐसे रूप में लाना कि वह ठीक तरह से काम मे आ सके अथवा भला और सुन्दर जान पड़े। ५. किसी विशिष्ट स्थिति में लाना। जैसे—उन्होंने अपने आपको बना लिया है अथवा अपने लड़के को बना दिया है। मुहावरा—बनाये न बनना=बहुत प्रयत्न करने पर भी कार्य की सिद्धि या सफलता न होना। जैसे—अब हमारे बनाये तो नही बनेगा। उदाहरण—जौ नहिं जाऊँ रहइ पछितावा। करत विचार न बनइ बनावा।—तुलसी। ६. आर्थिक क्षेत्र में उपार्जित या प्राप्त करना। लाभ करना। जैसे—उन्होने कपड़े के रोजगार में लाखों रुपये बना लिये है। ७. किसी पदार्थ के रूप आदि में कुछ विशिष्ट क्रियाओं के द्वारा ऐसा परिवर्तन करना कि वह नये प्रकार से काम में आ सके। जैसे—गुड़ से चीनी बनाना, चावल से भात बनाना, आटे से रोटी बनाना। ८. एक विशिष्ट रूप से दूसरे विपरीत या विरोधी रूप में लाना। जैसे—(क) मित्र को शत्रु अथवा शत्रु को मित्र बनाना। (ख) झूठ को सच बनाना। ९. दोष, विकार आदि दूर करके उचित या उपयुक्त दशा या रूप में लाना। जैसा होना चाहिए वैसा करना। जैसे—पछोड़ या पटककर अनाज बनाना। १॰. जो चीज किसी प्रकार बिगड़ गयी हो उसे ठीक करके ऐसा रूप देना कि वह अच्छी तरह काम दे सके। मरम्मत करना। जैसे—कलम बनाना, घड़ी बनाना। ११. किस प्रकार का आविष्कार करके कोई नयी चीज तैयार या प्रस्तुत करना। जैसे—नये तरह का इंजन या हवाई जहाज बनाना। १२. अंकन, लेखन आदि की सहायता से नयी रचना प्रस्तुत करना। जैसे—गजल या तसवीर बनाना। १३. किसी को किसी पद या स्थान पर आसीन अथवा प्रतिष्ठित, करके अधिकार, प्रतिष्ठा, मर्यादा आदि से युक्त करना। जैसे—(क) किसी को मठ का महंत या सभा का सभापति बनाना। (ख) अपना प्रतिनिधि बनाना। १४. किसी के साथ कोई नया पारिवारिक संबंध स्थापित करना। जैसे—किसी को अपना दामाद, भाई या लड़का बनाना। १५. बात-चीत में किसी की प्रशंसा करते हुए उसे बढ़ावा देते हुए ऐसी स्थिति में लाना कि वह आत्म-प्रशंसा करता-करता औरों की दृष्टि में उपहासास्पद और मूर्ख सिद्ध हो। जैसे—आज पंडित जी को लोगों ने खूब बनाया। १६. कोई विशिष्ट क्रिया या व्यापार सम्पन्न करना। जैसे—(क) खिलाड़ी का गोल बनाना। (ख) नाई का दाढ़ी बनाना। (ग) डाक्टर का आँख बनाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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