शब्द का अर्थ
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बुरा :
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वि० [सं० विरूप] [स्त्री० बुरी, भाव० बुराई] १. जड़ों वैसा न हो, जैसा उसे साधारण या उचित रूप में होना चाहिए। जो अच्छा या ठीक न हो। खराब। निकृष्ट। ‘अच्छा’ का विपर्याय’। २. (व्यक्ति) जिसमें कोई स्वभावजन्य दुर्गुण या दोष हो। खराब। दूषित। ३. (आचरण) जा धार्मिक, नैतिक या सामाजिक दृष्टि से परम अनुचित और निदनीय हो। जैसे—बुरा चाल-चलन। ४. जिसका रूप-रंग आकार-प्रकार देखकर मन में अरुचि, घृणा या विराग उत्पन्न हो। जैसे बुरी सूरत। ५. जो बहुत अधिक कष्ट या दुर्दशा में पड़ा हो। जैसे—आज-कल उनका बुरा हाल है। ६. जिसमें उग्रता, कठोरता, तीव्रता आदि बहुत बढ़ी हुई हो। जैसे—(क) किसी को बुरी तरह से कोसना या मारना-पीटना। (ख) लालच बुरी बला है। ७. जिसमें क्षति, हानि या अनिष्ट की आशंका हो। जैसे—(क) आवारा लड़कों के साथ घूमना या जूआ खेलना बुरा है। (ख) बुरे आदमी सदा दूसरों की बुराई ही करते हैं। ८. जो अमंगल-कारक या अशुभ हो अथवा सिद्ध हो सकता हो। जैसे—बुरी घड़ी, बुरी खबर, बुरी नजर, बुरी साइत। ९. जिसमें किसी प्रकार का अनौचित्य, खराबी या दोष हो। पद—बुरा काम=किसी के साथ स्थापित किया जानेवाला लैंगिक सम्बन्ध। संभोग। बुरा-भला=(क) हानि-लाभ। अच्छा और खराब परिणाम। जैसे—अरना बुरा-भला सोचकर सब काम करने चाहिए। (ख) उचित और अनुचित सभी तरह की बातें। मुख्यतः उक्त प्रकार की ऐसी बातें जो किसी की भर्त्सना करने के लिए जायँ। जैसे—वह नित्य अपने नौकरों को बुरा-भला कहते रहते हैं। बुरे-दिन=कष्ट, दुर्भाग्य या पतन का समय। जैसे—जब आदमी के बुरे दिन आते हैं, तब उसकी बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। बुरी वस्तु=गंदगी। मैला। मुहा०—(किसी से) बुरा बनना=किसी की दृष्टि में दोषी या द्वेवपूर्ण भाव रखनेवाला ठहरना या बनना। (किसी से) बुरा मानना=मन में द्वेश या बैर लगाना=अनुचित या अप्रिय जान पड़ना। |
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समानार्थी शब्द-
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बुराई :
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स्त्री० [हिं० बुरा+ई (प्रत्य०)] १. वह तत्त्व जिसके फलस्वरूप किसी चीज को बुरा कहा जाता है। २. किसी को बुरा कहने की किया या भाव। ३. अनुचित या निन्दनीय आचरण अथवा व्यवहार। जैसे—जो तुम्हारे साथ बुराई करे, उसके साथ भी भलाई करो। ४. आपस में होनेवाला द्वेष, मनोमालिन्य या वैर-भाव। जैसे—दोनों भाइयों में बुराई पड़ गई है। कि० प्र०—पड़ना। ५. अवगुण। दोष। ऐब। जैसे—उसमें बुराई यही है कि वह बहुत झूठ बोलता है। ६. किसी से की जानेवाली किसी की निन्दा या शिकायत। जैसे—वह जगह जगह तुम्हारी बुरारी करता फिरता है। |
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बुराई-भलाई :
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स्त्री० [हिं०] १. अच्छी और बुरी घटनाएँ। नेकी-बंदी। जैसे—वह सबकी बुराई-भलाई में साथ देते हैं। २. किसी की निन्दा या शिकायत और किसी की प्रशंसा या तारीफ। जैसे—तुम्हें किसी की बुराई-भलाई करने से क्या मतलब। |
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बुराक :
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पुं० [अ० बुराक०] वह घोड़ा जिस पर रसूल चढ़कर आकाश में गए थे। |
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बुरादा :
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पुं० [फा० बुराद |
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बुरापन :
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पु०=बुराई। |
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