शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					महामह					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० महत्-मह, कर्म० स०] महोत्सव।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महामहिम (न्)					 :
				 | 
				
					वि० [सं० महत्-महिमन्, कर्म० स०] जिसकी महिमा बहुत अधिक हो। विशेष—इसका प्रयोग आज-कल अग्रेंजी के ‘हिज एक्सलेन्सी’ की तरह या उसके स्थान पर होने लगा है।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					महामहोपाध्या					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० महत्-महोपाध्याय, कर्म० स०] १. बहुत बड़ा गुरु, पंडित या विद्वान। २. एक उपाधि जो अंगरेजी शासन में संस्कृत के प्रकांड पंडितों को दी जाती थी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |