शब्द का अर्थ
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					माध्यम					 :
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					वि० [सं० मध्यम+अण् या मध्य+मण्] मध्य का। बीचवाला। पुं० १. वह तत्त्व जिसके द्वारा कोई क्रिया संपन्न होती है, कोई परिणाम या फल निकलता हो अथवा किसी प्रकार का प्रभाव उत्पन्न होता हो। किसी क्रिया का मध्यवर्ती उपाय या साधन २. वह भाषा जिसके द्वारा शिक्षा दी जाय। ३. (कला के क्षेत्र में) वह पदार्थ जिसके आधार या सहायता से कोई कृति प्रस्तुत की जाय। ४. वह व्यक्ति जिसमें किसी अन्य व्यक्ति की आत्मा पाकर कुछ समय के लिए ठहरती और अपनी बातें, उत्तर आदि उसी व्यक्ति के द्वारा प्रकट करती या कहती हो।				 | 
			
			
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					माध्यमिक					 :
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					वि०=माध्यमिक।				 | 
			
			
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					माध्यमिक					 :
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					पुं० [सं० मध्यम+ठक्-इक] १. बौद्धों के महायान की दो शाखाओं में से एक शाखा (दूसरी शाखा योगाचार) है जिसका मत है कि सब पदार्थ शून्य से उत्पन्न होते है और अंत में शून्य हो जाते हैं। २. मध्य देश। ३. मध्य देश का निवासी। वि० =माध्य।				 | 
			
			
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					माध्यमिक शिक्षा					 :
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					स्त्री० [कर्म० स०] प्रारम्भिक शिक्षा के उपरांत और उच्च शिक्षा के पहले दी जानेवाली शिक्षा (सेकेंडरी एजुकेशन) विशेष—मुख्यतः पाँचवी कक्षा से १0वीं या ११वीं कक्षाओं तक दी जानेवाली शिक्षा।				 | 
			
			
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