शब्द का अर्थ
|
माष :
|
पुं० [सं०√मष् (मारना) +घञ्] १. उड़द। २. माशा नामक तौल। ३. शरीर पर होनेवाला मसा। वि० मूर्ख। स्त्री० =माख।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष-तैल :
|
पुं० [सं० ष० त०] वैद्यक में एक प्रकार का तेल जो अर्द्धांग, कम्प आदि रोगों में उपयोगी माना जाता है। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष-पत्रिका :
|
स्त्री० [सं० ब० स०, +कन्+टाप् इत्व] माषपर्णी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष-पर्णी :
|
स्त्री० [सं० ब० सं० ङीष्] जंगली उड़द। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष-योनि :
|
स्त्री [सं० ब० स०] पापड़। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष-वटी :
|
स्त्री० [सं० ष० त०] उड़द की बनी हुई बड़ी। (दे० ‘बड़ी’) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माषक :
|
पुं० [सं० माष+ कन्] १. माशा नाम की तौल। २. उड़द। माष। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माषना :
|
अ०=माखना (क्रुद्र होना)। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माषाद :
|
पुं० [सं० माष√अद्र (भक्षण करना)+अण्] कछुआ। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माषाश :
|
पुं० [सं० माष +अश् (खाना) +अच्] घोड़ा। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माषीण :
|
पुं० [सं० माष+ ख—ईन] माष या उड़द का खेत। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
माष्य :
|
पुं० [सं० माष+ष्यञ्] माष या उड़द बोने योग्य खेत। मशार। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |