शब्द का अर्थ
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					मिरग					 :
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					पुं० =मृग। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मिरग-चिड़ा					 :
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					पुं० [हिं० मिरग+चिड़ा] एक प्रकार का छोटा पक्षी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मिरग-छाला					 :
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					स्त्री०=मृगछाला। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मिरगिया					 :
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					वि० [हिं० मिरगी+इया (प्रत्यय)] मिरगी रोग से ग्रस्त।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					मिरगी					 :
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					स्त्री० [सं० मृगी] एक प्रसिद्ध स्नायविक रोग जिसमें सहसा हाथ-पैर ऐंठने लगते हैं और प्रायः रोगी बेहोश होकर गिर पड़ता है। इसके रोगी को प्रायः दौरा आता रहता है। अपस्मार। (ऐपिलेप्सी) क्रि० प्र०—आना।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |