लोगों की राय
शब्द का अर्थ खोजें
शब्द का अर्थ
|
संगति :
|
स्त्री० [सं०] [वि० संगत] १. संगत होने की अवस्था, क्रिया या भाव (कम्पैटिबिलिटी)। २. किसी के संग मिलने की क्रिया या भाव। मेल। मिलाप। मुहावरा—संगति बैठाना, मिलाना या लगाना=दो चीजों या बातों का मेल मिलाकर उन्हें संगत सिद्ध करना। ३. संग। साथ। सोहबत। ४. संपर्क। संबंध। ५. साहित्य में आगे-पीछे जानेवाले वाक्यों आदि का अर्थ के विचार से या कार्यों आदि का पूर्वापर के विचार से ठीक बैठना या मेल खाना (कन्सिस्टेन्सी)। क्रि० प्र०—बैठना।—बैठाना।—मिलना।—मिलाना। ६. कला के क्षेत्र में किसी कृति के भिन्न भिन्न अंगों की ऐसी सुसंघटित स्थिति जिसमें कहीं से कोई चीज या बात उखडती या टूटती हुई न जान पडे और उसका सारा प्रवाह या रूप कहीं से खटकता हुआ सा जान पड़े। तालमेल। सामंजस्य। (हाँर्मनी)। ७. लोक व्यवहार में आस-पास की बातों या पूर्वापर स्थितियों के विचार से सब बातों के उपयुक्त और ठीक रूप से यथा-स्थान होने की ऐसी अवस्था या भाव जिसमें कहीं परस्पर विरोधी तत्व न दिखाई देते हों। (रेलेवेन्सी)। क्रि०प्र०-बैठना।—बैठाना।—मिलना-मिलाना। ८. कोई बात जानने या समझने के लिए उसके संबंध में बार-बार प्रश्न करना। ९. जानकारी। ज्ञान। १॰. सभा। समाज। ११. मैथुन। संभोग। १२. मुक्ति। मोक्ष। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संगतिया :
|
पुं० [सं० संगत+हिं०इ या (प्रत्यय)] १. गवैया या नाचनेवालों के साथ रहकर तबला, मँजीरा सारंगी आदि बजानेवाला व्यक्ति। साजिंदा। २. संगी। साथी। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
|
|
|
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai