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भगवान बुद्ध की वाणी

स्वामी ब्रह्मस्थानन्द

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :72
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9553

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भगवान बुद्ध के वचन

बुद्धं  शरणं गच्छामि।

धम्मं शरणं गच्छामि।

संघं  शरणं गच्छामि।

मैं बुद्ध की शरण में जाता हूँ।

मैं धम्म की शरण में जाता हूँ।

मैं संघ की शरण में जाता हूँ।

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