ई-पुस्तकें
![]() |
ऑथेलो (नाटक)रांगेय राघव
Othello का हिन्दी रूपान्तर आगे... |
![]() |
मुल्ला नसीरुद्दीन के कारनामेविवेक सिंह
हास्य विनोद तथा मनोरंजन से भरपूर मुल्ला नसीरुद्दीन के रोचक कारनामे आगे... |
![]() |
मुल्ला नसीरुद्दीन के चुटकुलेविवेक सिंह
मुल्ला नसीरूद्दीन न केवल हँसोड़ था, बल्कि वह अच्छा हकीम भी था और सामान्य लोगों के सुख-दुःख में सदा भागीदार भी बनता था, इसलिए वह अत्यन्त लोकप्रिय था। आगे... |
![]() |
कुमुदिनी (हरयाणवी लोक कथाएँ)नवलपाल प्रभाकर
ये बाल-कथाएँ जीव-जन्तुओं और बालकों के भविष्य को नजर में रखते हुए लिखी गई है आगे... |
![]() |
चमत्कारिक वनस्पतियाँउमेश पाण्डे
प्रकृति में पाये जाने वाले सैकड़ों वृक्षों में से कुछ वृक्षों को, उनकी दिव्यताओं को, इस पुस्तक में समेटने का प्रयास है आगे... |
![]() |
बोध कथाएँविनोबा भावे
विनोबा भावे की 10 वोध कथायें आगे... |
![]() |
गोस्वामी तुलसीदाससूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
महाकवि तुलसीदास की पद्यात्मक जीवनी आगे... |
![]() |
वेताल पचीसीवेताल भट्ट
सदियों से प्रसिद्ध वेताल और राजा विक्रमादित्य की मनोहारी कथा आगे... |
![]() |
वीर बालिकाएँहनुमानप्रसाद पोद्दार
साहसी बालिकाओँ की प्रेरणात्मक कथाएँ आगे... |
![]() |
वीर बालकहनुमानप्रसाद पोद्दार
वीर बालकों के साहसपूर्ण कृत्यों की मनोहारी कथाएँ आगे... |
![]() |
वापसीगुलशन नन्दा
सदाबहार गुलशन नन्दा का रोमांटिक उपन्यास आगे... |
![]() |
उर्वशीरामधारी सिंह दिनकर
राजा पुरुरवा और अप्सरा उर्वशी की प्रणय गाथा आगे... |
![]() |
तिरंगा हाउसमधुकांत
समकालीन कहानी संग्रह आगे... |
![]() |
श्रीहनुमानचालीसागोस्वामी तुलसीदास
हनुमान स्तुति आगे... |
![]() |
श्रीगणेशचालीसाराम सुन्दर दास
गणेश स्तुति आगे... |
![]() |
श्रीदुर्गा चालीसादेवीदास
माँ भवानी की स्तुति आगे... |
![]() |
श्रीविष्णुसहस्रनामस्तोत्रमहर्षि वेदव्यास
महाभारत के अन्त में भीष्म द्वारा युधिष्ठिर को दिये गये परमात्म ज्ञान का सारांश भगवान विष्णु के सहस्त्र नामों में। आगे... |
![]() |
श्रीकनकधारा स्तोत्रआदि शंकराचार्य
लक्ष्मी आराधना के स्तोत्र आगे... |
![]() |
श्रीबजरंग बाणगोस्वामी तुलसीदास
शरतचन्द्र का आत्मकथात्मक उपन्यास आगे... |
![]() |
सिंहासन बत्तीसीवर रुचि
सिंहासन बत्तीसी 32 लोक कथाओं का ऐसा संग्रह है, जिसमें विक्रमादित्य के सिंहासन में लगी हुई 32 पुतलियाँ राजा के विभिन्न गुणों का कथा के रूप में वर्णन करती हैं। आगे... |
![]() |
संभाल कर रखनाराजेन्द्र तिवारी
मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह आगे... |
![]() |
श्रीकान्तशरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
शरतचन्द्र का आत्मकथात्मक उपन्यास आगे... |
![]() |
रामप्रसाद बिस्मिल की आत्मकथारामप्रसाद बिस्मिल
प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बिस्मिल जी की आत्मकथा आगे... |
![]() |
प्रेरक कहानियाँकन्हैयालाल
मनोरंजक और प्रेरणाप्रद बोध कथाएँ आगे... |
![]() |
पिया की गलीकृष्ण गोपाल आबिद
भारतीय समाज के परिवार के विभिन्न संस्कारों एवं जीवन में होने वाली घटनाओं का मार्मिक चित्रण आगे... |
![]() |
पथ के दावेदारशरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
हम सब राही हैं। मनुष्यत्व के मार्ग से मनुष्य के चलने के सभी प्रकार के दावे स्वीकार करके, हम सभी बाधाओं को ठेलकर चलेंगे। हमारे बाद जो लोग आएंगे, वह बाधाओं से बचकर चल सकें, यही हमारी प्रतिज्ञा है। आगे... |
![]() |
परसाई के राजनीतिक व्यंग्यहरिशंकर परसाई
राजनीतिक विषयों पर केंद्रित निबंध कभी-कभी तत्कालीन घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए अपने पाठ की माँग करते हैं लेकिन यदि ऐसा कर पाना संभव न हो तो भी परसाई की मर्मभेदी दृष्टि उनका वॉल्तेयरीय चुटीलापन इन्हें पढ़ा ले जाने का खुद में ही पर्याप्त कारण है। आगे... |
![]() |
परिणीताशरत चन्द्र चट्टोपाध्याय
‘परिणीता’ एक अनूठी प्रणय कहानी है, जिसमें दहेज प्रथा की भयावहता का चित्रण किया गया है। आगे... |
![]() |
नीलकण्ठगुलशन नन्दा
गुलशन नन्दा का एक और रोमांटिक उपन्यास आगे... |
![]() |
नदी के द्वीपसच्चिदानंद हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेय
व्यक्ति अपने सामाजिक संस्कारों का पुंज भी है, प्रतिबिम्ब भी, पुतला भी; इसी तरह वह अपनी जैविक परम्पराओं का भी प्रतिबिम्ब और पुतला है-'जैविक' सामाजिक के विरोध में नहीं, उससे अधिक पुराने और व्यापक और लम्बे संस्कारों को ध्यान में रखते हुए। आगे... |
![]() |
मंगलवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
मंगलवार व्रत की विधि, कथा एवं आरती आगे... |
![]() |
क्या धर्म क्या अधर्मश्रीराम शर्मा आचार्य
धर्म और अधर्म का प्रश्न बड़ा पेचीदा है। जिस बात को एक समुदाय धर्म मानता है, दूसरा समुदाय उसे अधर्म घोषित करता है। आगे... |
![]() |
कुसम कुमारीदेवकीनन्दन खत्री
रहस्य और रोमांच से भरपूर कहानी आगे... |
![]() |
खजाने का रहस्यकन्हैयालाल
भारत के विभिन्न ध्वंसावशेषों, पहाड़ों व टीलों के गर्भ में अनेकों रहस्यमय खजाने दबे-छिपे पड़े हैं। इसी प्रकार के खजानों के रहस्य आगे... |
![]() |
कामायनीजयशंकर प्रसाद
जयशंकर प्रसाद की सर्वश्रेष्ठ रचना आगे... |
![]() |
कबीरदास की साखियांवियोगी हरि
जीवन के कठिन-से-कठिन रहस्यों को उन्होंने बहुत ही सरल-सुबोध शब्दों में खोलकर रख दिया। उनकी साखियों को आज भी पढ़ते हैं तो ऐसा लगता है, मानो कबीर हमारे बीच मौजूद हैं। आगे... |
![]() |
हौसलामधुकांत
नि:शक्त जीवन पर 51 लघुकथाएं आगे... |
![]() |
हनुमान बाहुकगोस्वामी तुलसीदास
सभी कष्टों की पीड़ा से निवारण का मूल मंत्र आगे... |
![]() |
हमारे बच्चे - हमारा भविष्यस्वामी चिन्मयानंद
वर्तमान में कुछ काल और जुड़ जाने पर भविष्य बन जाता है। वर्तमान तथा कुछ समय ही भविष्य है। आगे... |
![]() |
गायत्री और यज्ञोपवीतश्रीराम शर्मा आचार्य
यज्ञोपवीत का भारतीय धर्म में सर्वोपरि स्थान है। आगे... |
![]() |
एम्पटी फ्रेममधुकांत
मधुकांत के कहानी संग्रह का अंग्रेजी अनुवाद आगे... |
![]() |
चमत्कारिक पौधेउमेश पाण्डे
प्रकृति में हमारे आसपास ऐसे अनेक वृक्ष हैं जो हमारे लिए परम उपयोगी हैं। ये वृक्ष हमारे लिए ईश्वर द्वारा प्रदत्त अमूल्य उपहार हैं। इस पुस्तक में कुछ अति सामान्य पौधों के विशिष्ट औषधिक, ज्योतिषीय, ताँत्रिक एवं वास्तु सम्मत सरल प्रयोगों को लिखा जा रहा है। आगे... |
![]() |
चमत्कारिक दिव्य संदेशउमेश पाण्डे
सम्पूर्ण विश्व में भारतवर्ष ही एक मात्र ऐसा देश है जो न केवल आधुनिकता और वैज्ञानिकता की दौड़ में शामिल है बल्कि अपने पूर्व संस्कारों को और अपने पूर्वजों की दी हुई शिक्षा को भी साथ लिये हुए है। आगे... |
![]() |
बुधवार व्रत कथागोपाल शुक्ल
बुधवार के व्रत की विधि, कथा एवं आरती आगे... |
![]() |
अकबर - बीरबलगोपाल शुक्ल
अकबर और बीरबल की नोक-झोंक के मनोरंजक किस्से आगे... |
![]() |
श्रीकृष्ण चालीसागोपाल शुक्ल
श्रीकृष्ण चालीसा आगे... |
![]() |
श्री दुर्गा सप्तशती (दोहा-चौपाई)डॉ. लक्ष्मीकान्त पाण्डेय
श्री दुर्गा सप्तशती काव्य रूप में आगे... |
![]() |
यादें (काव्य-संग्रह)नवलपाल प्रभाकर
बचपन की यादें आती हैं चली जाती हैं पर इस कोरे दिल पर अमिट छाप छोड़ जाती हैं। आगे... |
![]() |
व्यक्तित्व का विकासस्वामी विवेकानन्द
मनुष्य के सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास हेतु मार्ग निर्देशिका आगे... |
![]() |
उजला सवेरानवलपाल प्रभाकर
आज की पीढ़ी को प्रेरणा देने वाली कविताएँ आगे... |