ई-पुस्तकें >> खामोश नियति खामोश नियतिरोहित वर्मा
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कविता संग्रह
तलाश
अपने हर मोड़ पर एक नई कहानी लेकर आती है,
चाँद अल्फाजों में नई कहानियों को बयां कर जाती है,
तलाश करते हैं ताउम्र पर मिलती नहीं…
एक दिन खुद को उसके पीछे खड़ा महसूस करते है.......
जिंदगी की किताब के कोरे पन्ने,
यूँ आज पलट के देखिये,
लफ्ज क्या कह रहे हैं देखिये,
मैं हूँ या कोई और,
अपने आप को आईने के सामने रखकर देखिये,
कब तक तलाश करोगे,
आज अपने आप से मिलकर देखिये।
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