लोगों की राय

ई-पुस्तकें >> संभाल कर रखना

संभाल कर रखना

राजेन्द्र तिवारी

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2016
पृष्ठ :123
मुखपृष्ठ : ईपुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 9720

Like this Hindi book 4 पाठकों को प्रिय

258 पाठक हैं

मन को छूने वाली ग़ज़लों का संग्रह



25

अक्स से ख़ौफ़ खाने लगे आईने


अक्स से ख़ौफ़ खाने लगे आईने।
अब तो चेहरा छुपाने लगे आईने।।

आदमी की तरह हो गये आजकल,
झूठ को सच बताने लगे आईने।

जब भी देखा तो उभरीं वही सूरतें,
हमको हरदम पुराने लगे आईने।

नींद आने लगी पत्थरों पर मुझे,
मेरे ख्व़ाबों में आने लगे आईने।

कोई देखे न देखे तो हम क्या करें,
हर जगह हर ठिकाने लगे आईने।

...Prev | Next...

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ अगला पृष्ठ >>

लोगों की राय

Abhilash Trivedi

लाजवाब कविताएँ!

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai