नई पुस्तकें >> मूछोंवाली मूछोंवालीमधुकांत
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‘मूंछोंवाली’ में वर्तमान से तीन दशक पूर्व तथा दो दशक बाद के 50 वर्ष के कालखण्ड में महिलाओं में होने वाले परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती हैं ये लघुकथाएं।
वर्तमान से तीन दशक पूर्व तथा दो दशक बाद के 50 वर्ष के कालखण्ड में महिलाओं में होने वाले परिवर्तन को प्रतिबिंबित करती हैं ये लघुकथाएं।
मूछोंवाली
कथाक्रम
- मूछोंवाली
- प्रथम भाग : घूंघटवाली नारी
- द्वितीय भाग : हौसलेवाली
- नरसी का भात
- नाखूनों की जुबान
- सहयोग
- निःशक्त जीत
- चश्मा
- काश! लड़की होती
- आदर्श
- कोरी शिक्षा
- पोयम
- पुस्तक
- कन्या पूजन
- हत्यारी ममता
- कठपुतलियां
- बदलाव
- अपना-अपना पेट
- बोध
- परिवर्तन
- असल कमाई
- दहेज
- शुरुआत
- आठवां वचन
- अंधी दौड़
- शिक्षा
- प्राइज
- मुक्तिबोध
- एक ओर द्रोपदी
- लाडली
- अपना राज
- कोठेवाली
- नेत्रदान
- समर्पण
- बहु नदारद
- हिम्मत
- माँ
- गूंगी
- मदद का सुख
- सामण की कौथली
- अपने-अपने रिश्ते
- सुनो कहानी
- तृतीय भाग : मूंछोंवाली
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